दिल्ली। चुनावी मौसम में अक्सर रिश्ते दांव पर लग जाते हैं. न तो मामा-भांजा का रिश्ता बच पाता है और ना ही पति-पत्नी का. ऐसे में जीजा-साले के रिश्ते की क्या बिसात, जो बच जाए. मध्य प्रदेश में भी जीजा-साले का रिश्ता नहीं बचा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साले संजय सिंह कांग्रेस में शामिल हो गए.
कांग्रेस में शिवराज सिंह चौहान के साले
एमपी विधानसभा चुनाव में भाजपा-कांग्रेस में शह-मात का खेल चल रहा है. नेक-टू-नेक फाइट है. इस खेल में कांग्रेस ने बड़ा दांव खेला और शिवराज सिंह चौहान के साले को कांग्रेस में शामिल करा लिया. दिल्ली में मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया की मौजूदगी में संजय सिंह को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई. खुद कमलनाथ इसका एलान किया.
वारासिवनी सीट से लड़ेंगे चुनाव
कांग्रेस में शामिल होते ही जीजा के साले को मध्य प्रदेश में बेरोजगारी दिखने लगी. उन्होंने कहा कि भाजपा में नामदारों को उतारा जा रहा है, वहीं कुछ नामदारों को मौका नहीं दिया जा रहा है. पार्टी में वंशवाद फलफूल रहा है. संजय सिंह ने बालाघाट की वारासिवनी सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है. वो लंबे समय से इस इलाके में सक्रिय रहे हैं. वो मूल रूप से महाराष्ट्र के गोंदिया के रहने वाले हैं.
संजय का बॉलीवुड से गहरा रिश्ता
सियासत के अलावा बॉलीवुड से भी उनका गहरा नाता है. मध्य प्रदेश में शूट हुई कई फिल्मों में वो नजर आ चुके हैं. हाल ही में महेश्वर में पैडमेन फिल्म की शूटिंग हुई थी. उस फिल्म में संजय सिंह ने अक्षय कुमार के साले का किरदार निभाया है. कारोबारी होने की वजह से उनके मध्य प्रदेश और देश के बड़े औद्योगिक घरानों से अच्छे रिश्ते हैं. कमलनाथ से भी उनके अच्छे संबंध है. डंपर विवाद में संजय सिंह का नाम आया था. आज भले ही वो कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए हों लेकिन 2012 में इसी कांग्रेस ने आय से अधिक संपत्ति मामले को लेकर संजय सिंह की आयकर विभाग में शिकायत की थी.