जमीन के ‘जंजाल’ में फंसकर रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) को ED के दर-दर पर चक्कर लगाना पड़ रहा है। पहले दिल्ली तो फिर जयपुर। सिर्फ रॉबर्ट ही नहीं उनकी मां से भी ED ने पूछताछ की। ED की 11 अधिकारियों की टीम ने रॉबर्ट वाड्रा से करीब 50 सवाल पूछे।
वाड्रा से ED के सवाल
रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) से सवालों की फेहरिस्त काफी लंबी रही। कुछ अहम सवालों पर नज़र डालें तो स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी के कितने डायरेक्टर हैं? आप कब से कंपनी के डायरेक्टर हैं ? कंपनी किस तरह का काम करती है ? कितने बैंकों में कंपनी के खाते हैं ?
आपके कितने बैंक अकाउंट हैं ?
इतना ही नहीं, कंपनी की बिजनेस डिटेल्स क्या हैं ? स्काईलाइट के साथ कितनी कंपनियां जुड़ी हैं ? बीकानेर में जमीन के बारे में कैसे पता लगा ? क्या आप जानते थे कि जमीन सरकार की है ?
ED को मिले थे अहम सुराग
दरअसल, ईडी ने अपने छापे में यह पाया था कि जिस महेश नागर के जरिए स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी की जमीन बीकानेर में खरीदी गई थी। वो जमीन महेश नागर के ड्राइवर अशोक कुमार के पावर ऑफ अटॉर्नी के जरिए खरीदी गई थी। ED ने ये भी पूछा कि आखिर क्या जरूरत थी कि ड्राइवर के नाम पावर ऑफ अटॉर्नी तैयार करनी पड़ी ?
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और तो और ड्राइवर के पास पैसे कहां से आए और उसने कैसे इसे खरीदा ? दलाल जयप्रकाश बांगड़वा से कैसे संपर्क में आए और इसको कैसे भुगतान किया ? साथ ही, 2012 में जब स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने फिनलिज प्राइवेट लिमिटेड को बेची तो इस कंपनी के बारे में पता किया था या नहीं ?
ऐसे कई सवाल हैं जिनसे ED की जयपुर यूनिट में वाड्रा का सामना हुआ। लेकिन ये सिलसिला यहां रुकनेवाला भी नहीं है। आगे भी जमीन के ‘जंजाल’ में वाड्रा को ED के सवालों के जवाब देने होंगे।