बिहार के ITI छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी, मिलेगा इंटर पास का भी दर्जा
पटना: अब ITI पास करने वाले छात्रों को इंटरमीडियट पास का दर्जा भी मिलेगा। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने आईटीआई पास करने वाले छात्रों को इंटरमीडिएट का दर्जा देने का ऐलान किया है….यानी आईटीआई पास करने के बाद छात्रों को अब अलग से इंटरमीडिएट की परीक्षा नहीं देनी होगी।
ITI पास तो इंटर पास
यानी अब जो छात्र आईटीआई पास होंगे उन्हें सिर्फ हिंदी और अंग्रेजी की परीक्षा देनी होगी। इसमें पास होते ही उनकी डिग्री को इंटरमीडियट के समकक्ष (equivalent) मान लिया जाएगा। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की शासी निकाय की बैठक में इस पर मुहर लग गई है। यानी आईटीआई पास तो इंटर पास।
जनवरी से भरे जाएंगे फॉर्म
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि आईटीआई पास छात्रों को इंटरमीडिएट का दर्जा देने की मांग लंबे समय से की जा रही थी। इन्हीं मांगों पर गौर करने के बाद बोर्ड ने इस पर फैसला लिया है। बोर्ड ने ये भी नियम बनाया है कि हर साल जनवरी महीने में ITI परीक्षा का फॉर्म भरा जाएगा। मई-जून तक इसकी परीक्षा ली जाएगी। परीक्षा का नाम भी बदलकर औद्योगिक उच्य माध्यमिक प्रशिक्षण भाषा परीक्षा कर दिया गया है।
वैसे परीक्षार्थी जो ITI कोर्स का एक साल पूरा कर चुके हैं वो इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। साथ ही अब तक के सभी ITI पास छात्र भी परीक्षा में सम्मिलित हो सकते है। दो विषयों हिंदी और अंग्रेजी की परीक्षा पास करने के बाद बिहार बोर्ड इन छात्रों को इंटर का प्रमाणपत्र देगा।
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अभी देनी होती है पूरी परीक्षा
इससे पहले यानी अब तक ITI के छात्रों को पहले इसकी परीक्षा में पास होना पड़ता था और फिर उन्हें इंटरमीडियट परीक्षा की तैयारी भी करनी होती थी तब जाकर वो इंटर पास कहलाते थे। इसमें छात्रों का वक्त भी बरबाद होता था और मेहनत भी। लेकिन बोर्ड के इस फैसले के बाद छात्रों को बड़ी राहत मिली है। महज हिंदी और अंग्रेजी की तैयारी कर ही वो अपना वक्त भी बचा सकेंगे और इंटर पास भी हो जाएंगे।
नौकरियों में मिलेगा फायदा
इसका लाभ ITI छात्रों को नौकरियों में भी मिल पाएगा। किसी भी सरकारी नौकरी के लिए छात्रों को 10+2 सर्टिफिकेट की जरुरत पड़ती है। इसे देखते ही बिहार बोर्ड ने दसवीं के बाद सभी 2 साल के कोर्सेज में इस नियम को लागू करने का फैसला लिया है। ताकि छात्र इसका पूरा लाभ उठा सकें।
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