पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और उनकी पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर अब आमने-सामने हैं. नीतीश कुमार ने मंगलवार को प्रशांत किशोर के खिलाफ बयान दिया. ये वही प्रशांत किशोर हैं जिन्हें नीतीश कुमार ने पार्टी का भविष्य बताया था. 2015 में नीतीश कुमार ने बीजेपी से मुकाबले के लिए प्रशांत की रणनीति का सहारा लिया था. अब उसी बीजेपी के लिए नीतीश कुमार ने प्रशांत को ठिकाने लगा दिया.
Nitish: अमित शाह ने की थी सफारिश
पटना में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ‘उन्होंने प्रशांत किशोर को अमित शाह के कहने पर जेडीयू में शामिल किया था’. मगर अमित शाह की तरफ से अब तक इस बारे में कुछ नहीं कहा गया है. जबकि प्रशांत किशोर इस मामले पर नीतीश कुमार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया.
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प्रशांत किशोर का नीतीश पर पलटवार
नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के इस बयान पर प्रशांत किशोर ने कहा कि ‘क्या नीतीश कुमार ने अब इतना साहस है कि वो अमित शाह की सिफारिश पर आए किसी शख्स को नकार सकें’. नीतीश के बयान के बाद अपने ट्वीट में प्रशांत किशोर ने लिखा कि ‘नीतीश कुमार, इससे अधिक पतन क्या होगा कि आपको इस बारे में झूठ बोलना पड़ा कि आपने कैसे और क्यों मुझे जेडीयू में ज्वाइन कराई थी. आपने मुझे अपनी तरह साबित करने की नाकाम कोशिश की. लेकिन अगर आप सच बोल रहे हैं, तो कौन यह मानेगा कि आप में अब इतना साहस है कि आप किसी ऐसे व्यक्ति को नकार सकें जिसकी सिफारिश अमित शाह ने की हो’.
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बिहार आकर जवाब दूंगा: प्रशांत
मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा था कि ‘उन्होंने प्रशांत किशोर को अपनी पार्टी में इसलिए शामिल किया क्योंकि इसके लिए उनसे अमित शाह ने सिफारिश की थी’. सीएए और एनआरसी को लेकर प्रशांत किशोर द्वारा लगातार जेडीयू के स्टैंड से अलग ट्वीट करने पर नीतीश ने ये बयान दिया था.
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