दिल्ली। दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन तैयार है. Russia Covid Vaccine से कोरोना से आपको निजात मिल जाएगी. छुटकारा मिल जाएगा. आपको किसी से डरने की जरूरत नहीं रह जाएगी. रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक एडेनोवायरस के बेसिस पर बनी यह वैक्सीन आम जनता के लिए अगले महीने से उपलब्ध कराने की तैयारी है.
Russia Covid Vaccine तैयार
रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि नोवेल कोरोना वायरस के खिलाफ इम्युनिटी हासिल करने के लिए Russia Covid Vaccine की एक डोज काफी बताई जा रही है. हालांकि रूसी वैक्सीन को लेकर दुनियाभर एक एक्सपर्ट्स शंका जाहिर कर रहे हैं. इनका कहना है कि जल्दबाजी में वैक्सीन लाई जा रही है. इन तमाम शंकाओं के बीच आपके मन में जो सवाल उठ रहे हैं उसका जवाब यहां हाजिर है.
कैसे काम करेगी रूसी वैक्सीन
जो ऑब्जेक्ट्स और पार्टिकल्स खुद अपनी कॉपीज बना लेने की क्षमता रखते हैं, ऐसे ऑब्जेक्ट्स को जिन्दा माना जाता है. रूसी वैक्सीन में जिन पार्टिकल्स का इस्तेमाल किया गया है, वे अपनी कॉपीज बनाने में सक्षम नहीं है. ये वैक्सीन लोगों की रो प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम करेगी. वैक्सीन के लगने के बाद अगर कोई व्यक्ति कोरोना वायरस की चपेट में आता है तो कोरोना वायरस उस व्यक्ति के इम्यून सिस्टम द्वारा खत्म किया जा सकेगा.
Russia Covid Vaccine का स्टेटस
फिलहाल Russia Covid Vaccine के क्लिनिकल ट्रायल का डेटा और दूसरे डॉक्युमेंट्स का एक्सपर्ट रिव्यू चल रहा है. रजिस्ट्रेशन पर फैसला इसके नतीजों पर निर्भर करेगा. साथ ही साथ वैक्सीन का फेज थर्ड ट्रायल भी चल रहा है.
गमलेया इस्टिट्यूट के मुताबिक आमतौर पर वैक्सीनेशन के बाद किसी भी व्यक्ति को हल्का बुखार, थकान या कुछ वक्त के लिए बॉडी पेन का अहसास होता है. इस वैक्सीन के लगने के बाद हमारे इम्यून सिस्टम को काफी तेजी मिलेगी. वैक्सीन की डोज से नेचुरल तौर पर हल्का बुखार हो सकता है लेकिन परेशानी की बात नहीं है. पैरासिटामॉल की टैबलेट से बुखार में राहत मिल सकती है.
साइड इफेक्ट्स के बारे में जानिए
रिपोर्ट्स की मानें तो गमलेया इंस्टिट्यूट के प्रमुख एलेक्जेंडर गिंट्सबर्ग और वैक्सीन डेवलपमेंट में शामिल लोगों ने खुद वैक्सीन की डोज दी है. रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको कह चुके हैं कि इसी महीने से हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन देने की शुरुआत हो सकती है. रूस में सबसे पहले फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर्स को कोरोना का टीका लगाया जाएगा. इसके बाद में सीनियर सिटिजंस को वैक्सीन दी जाएगी.
फिलहाल Russia Covid Vaccine की लिमिटेड डोज तैयार की गई है. इस वैक्सीन का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन सितंबर से शुरू हो सकता है. रूस का कहना है कि वो अक्टूबर से देशभर में टीका लगाने की शुरुआत कर सकते है.
मार्केट में कब तक आएगी वैक्सीन
रूस का दावा है कि वो दुनियाभर में वैक्सीन की स्पलाई देगा. मगर कई देश अभी इसे लेकर हिचक रहे हैं. पश्चिमी देशों समेत वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने चिंता जताई है कि बिना पर्याप्त डेटा के वैक्सीन सप्लाई करना ठीक नहीं होगा. इंग्लैंड ने कहा है कि वो अपने नागरिकों को रूसी वैक्सीन की डोज नहीं देगा. ऐसे में हो सकता है कि शुरुआती दौर में वैक्सीन दूसरे देशों को न भेजी जाए. रूस की आम जनता पर वैक्सीन का असर देखने के बाद बाकी देश इस पर कोई फैसला कर सकते हैं.
सबसे पहले वैक्सीन किसे मिलेगी
फिलहाल जो फैसला लिया गया उसके मुताबिक Russia Covid Vaccine फ्री ऑफ कॉस्ट दी जाएगी. इसपर आने वाली लागत को देश के बजट से पूरा किया जाएगा. बाकी देशों के लिए कीमत का खुलासा अभी नहीं किया गया है.
सुशांत के जीवन में सबकुछ अधूरा क्यों रह गया?, इंजीनियरिंग की पढ़ाई और अंकिता लोखंडे से लेकर रिया तक
रिया चक्रवर्ती को ग्लैमर का चस्का कहां से लगा? 12वीं के बाद पढ़ाई क्यों छोड़ दी?
Comments