हाल ही में भारतीय सेना के द्वारा जम्मू-कश्मीर दर्जनों आतंकियों को ऑपरेशन ऑल आउट के तहत ढेर किया गया था। इस पर अफरीदी ने ट्वीट कर लिखा कि भारत के कब्जे वाले कश्मीर की स्थिति बेहद दुखद और चिंताजनक हैं।
वहां आत्म निर्णय और आजादी की आवाज को दबाने के लिए दमनकारी सत्ता द्वारा बेगुनाहों को मार दिया जाता है।
आश्चर्य होता है कि यूएन और दूसरी अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं कहां हैं
और ये संस्थाएं खूनखराबा रोकने के लिए कोई कदम क्यों नहीं उठा रही है।
‘पाक’ क्रिकेटर का ‘नापाक’ ट्वीट
अफरीदी को उन्हीं के अंदाज में भारतीय क्रिकेटरों ने भी जवाब दिया।
गौतम गंभीर ने ट्वीटर पर उनको लताड़ लगाते हुए कहा कि अफरीदी केवल यूएन की तरह देख रहे हैं।
उनके शब्दों में यूएन का मतलब उनके पुराने शब्दकोश में अंडर नाइनटीन है, जो उनकी एज ब्रैकेट है।
मीडिया रिलेक्स रहे। वह डिसमिस पर नो बॉल का जश्न मना रहे हैं।
भारतीय क्रिकेटरों ने लताड़ा
वहीं, भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा कि अगर कोई हमारे देश के खिलाफ कुछ कहेगा, तो जाहिर है हम उसका समर्थन नहीं करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि एक भारतीय के तौर पर आप वही बोलना चाहेंगे, जो हमारे देश के हित में हो और मेरे हित भी हमेशा वहीं हैं, जिससे मेरे देश को लाभ हो।
अगर कोई इसका विरोध करता है, तो मैं निश्चित ही उसका सपोर्ट नहीं करूंगा।
इसके साथ भारतीय टीन के पूर्व कप्तान रहे कपिलदेव ने कहा कि अफरीदी कौन है? हम उसे इतनी इंपॉर्टेंस क्यों दें?
इसके साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाज सुरेश रैना ने ट्वीट कर कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और हमेशा रहेगा। कश्मीर वह पुण्य भूमि है, जहां मेरे पूर्वजों का जन्म हुआ था।
मैं उम्मीद करता हूं कि अफरीदी भाई पाकिस्तानी सेना से हमारे कश्मीर में आतंकवाद और छद्म युद्ध रोकने के बारे में पूछेंगे।
हम शांति चाहते हैं, खूनखराबा और हिंसा नहीं।
क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि हमारे पास अपने देश का प्रबंधन और इसको चलाने के लिए सक्षम लोग हैं।
किसी बाहरी व्यक्ति को हमें यह बताने की जरूरत नहीं है कि हमें क्या करना चाहिए।