Railway: इंटरनेशनल ई-टिकटिंग रैकेट का भंडाफोड़, सॉफ्टवेयर इंजीनियर निकला मास्टरमाइंड
दिल्ली। रेलवे (Railway) में अबतक का सबसे बड़ा ई-टिकटिंग रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है. रेलवे सुरक्षा बल यानी आरपीएफ ने इस गिरोह को ट्रैक किया. पकड़े रैकेट का तार पाकिस्तान, बांग्लादेश और दुबई से जुड़ा हुआ है. जांच एजेंसियों को टेरर फाइनेंसिंग का भी शक है. मामले में झारखंड के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर गुलाम मुस्ताफा को गिरफ्तार किया गया था.
Railway फर्जीवाड़ा का झारखंड कनेक्शन
रेलवे सुरक्षा बल (Railway) द्वारा अवैध ई-टिकटिंग रैकेट को लेकर ये अब तक का सबसे बड़ा खुलासा है. झारखंड के रहने वाले गुलाम मुस्तफा को भुवनेश्वर से गिरफ्तार किया गया था. आरपीएफ के डीजी अरुण कुमार के मुताबिक इसके पीछे टेरर फंडिंग का भी संदेह है. रैकेट का सरगना दुबई में है. जांच के दौरान चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.
ई-टिकटिंग रैकेट मामले में गिरफ्तार एक ही गुलाम मुस्ताफा के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के 2 हजार 400 ब्रांचों में अकाउंट है. झारखंड के रहने वाले गुलाम मुस्ताफा के पास आईआरसीटीसी (Railway) के 563 आईडी कार्ड मिले हैं. इसके अलावा संदेह है कि एसबीआई के 2 हजार 400 और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की 600 शाखाओं में उसके बैंक खाते हैं.
आरपीएफ (Railway) के महानिदेशक ने बताया कि हमने ई-टिकटिंग रैकेट का पता लगाया है. इसका किंगपिन दुबई में बैठा है. हम गिरोह के सदस्यों की जांच कर रहे हैं कि किस तरह से बैंकों और कुछ कंपनियों के पास पैसा पहुंच रहा है. ई-टिकटिंग (Railway) रैकेट में गिरफ्तार किए गए शख्स से आईबी, स्पेशल ब्यूरो, ईडी, एनआईए और कर्नाटक पुलिस पूछताछ कर चुकी है. रैकेट का मास्टर माइंड सॉफ्टवेयर डेवेलपर हामिद अशरफ 2019 में गोंडा के स्कूल में हुए बम ब्लास्ट में शामिल था, वो फिलहाल दुबई में रह रहा है.
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