/जिन्होंने अपने करियर में कभी वर्ल्ड कप नहीं खेला, उन्होंने चुनी वर्ल्ड कप की टीम इंडिया
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जिन्होंने अपने करियर में कभी वर्ल्ड कप नहीं खेला, उन्होंने चुनी वर्ल्ड कप की टीम इंडिया

दिल्ली। वर्ल्ड कप 2019 के क्रिकेट टीम का एलान हो गया. इसमें (World cup) विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उपकप्तान), शिखर धवन, केएल राहुल, विजय शंकर, महेंद्र सिंह धोनी, केदार जाधव, दिनेश कार्तिक, यजुवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, रविंद्र जडेजा, मोहम्मद शमी को जगह दी गई है. मगर बात उन पांच महारथियों की जिन्होंने ये टीम चुनी है.

किन ‘पंचों’ ने चुनी टीम इंडिया?

तीसरी बार भारत को विश्व चैंपियन (World cup) बनाने के लिए पांच लोगों ने 15 सदस्यों वाली टीम चुनी है. बीसीसीआई की राष्ट्रीय चयन समिति में मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद के साथ देवांग गांधी, सरनदीप सिंह, जतिन परांजपे और गगन खोड़ा पर महती जिम्मेदारी थी. ऐसे में ये जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि जिन्होंने वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया चुनी है वो इसके कितने काबिल हैं या यूं कहें कि उन्होंने वर्ल्ड के कितने मैच खेले हैं. इसका जवाब है कि जिन्होंने वर्ल्ड कप (World cup) के लिए टीम चुनी है, वो अपने करियर में कोई भी वर्ल्ड कप का मैच नहीं खेला है.

ऐसे में इन महारथियों के बारे में जनना बेहद दिलचस्प हो जाता है. आखिर वो ‘पंच’ कौन हैं? ये पांच लोग मिलकर अपने करियर में सिर्फ 31 वनडे मैच खेले हैं लेकिन आज वो वर्ल्ड कप (World cup) टीम की किस्मत का फैसला कर रहे हैं. या यूं कहें कि फैसला कर दिए हैं. अब आपको उनके किए फैसले पर सिर्फ भरोसा जताना है. सबसे पहले बात मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद की.

एमएसके प्रसाद

विकेटकीपर बल्लेबाज रहे मन्नवा श्रीकांत प्रसाद आंध्र प्रदेश के गुंटूर के रहने वाले हैं. 43 साल के एमएसके प्रसाद अपने करियर में आंध्र प्रदेश की तरफ से फर्स्ट क्लास मैचों में 6 शतक लगाए हैं लेकिन इंटरनेशनल लेवल (World cup) पर उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा. 6 टेस्ट और 17 वनडे मैच खेलने का अनुभव प्रसाद के पास है. वनडे मैचों में प्रसाद ने 14.55 के मामूली औसत से 131 रन बनाए उनका सर्वाधिक स्कोर 63 रन रहा है.

विकेटकीपर रहे हैं तो उन्होंने विकेट के पीछे जमा 14 कैच लिए हैं. प्रसाद ने अपने वनडे करियर की शुरुआत 14 मई 1998 को मोहाली में बांग्लादेश के खिलाफ की थी. उस मैच में उन्हें बैटिंग का मौका नहीं मिला था. इस मैच (World cup) में प्रसाद ने न तो कोई कैच लपका और ना ही कोई स्टंपिंग की. प्रसाद ने अपने करियर का आखिरी मैच 17 नवंबर 1998 को खेली थी. दिल्ली में खेले गए इस मैच में प्रसाद को बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला, इस मैच में उन्होंने कोई कैच लपका और ना ही स्टंपिंग की.

देवांग गांधी

देवांग गांधी का इंटरनेशनल करियर कुल जमा ढाई महीने का रहा है. उन्होंने अपने करियर में कुल 4 टेस्ट और 3 वनडे खेले हैं. 47 साल के देवांग गांधी को 17 नवंबर 1999 को टीम इंडिया के लिए चुना गया. दिल्ली (World cup) के फिरोजशाह कोटला मैदान में न्यूजीलैंड के खिलाफ बतौर ओपनर उतरे देवांग ने 30 रन बनाए थे. बंगाल के लिए खेलने वाले देवांग ने 3 वनडे में सिर्फ 49 रन बनाए. 30 जनवरी 2000 को उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में अपना आखिरी वनडे मैच खेला था.

जतिन परांजपे

जतिन परांजपे भारत के लिए सिर्फ 4 वनडे खेल सके हैं. मुंबई (World cup) के रहने वाले जतिन फर्स्ट क्लास मैचों में 46 के औसत से रन बनाए थे. 28 मई 1998 को जतिन ने अपने इंटरनेशनल करियर का पहला मैच ग्वालियर में कीनिया के खिलाफ खेला था. अपने करियर का चौथा और आखिरी वनडे पाकिस्तान के खिलाफ टोरंटो में खेला था. आखिरी मैच में वो सिर्फ 1 रन बना सके थे.

गगन खोड़ा

1991-92 में गगन खोड़ा ने अपने पहले रणजी मैच में शतक लगाकर खोड़ा ने सुर्खियां बटोरी थी. फर्स्ट क्लास मैचों में 300 के सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाने वाले खोड़ा इंटरनेशनल करियर (World cup) में 2 वनडे ही खेल सके. खोड़ा ने अपना पहला मैच 14 मई 1998 को बांग्लादेश के खिलाफ मोहाली में खेला था. दाएं हाथ के बल्लेबाज गगन खोड़ा ने घरेलू क्रिकेट में राजस्थान का प्रतिनिधित्व किया है.

सरनदीप सिंह

दाएं हाथ के ऑफ ब्रेक गेंदबाज रहे सरनदीप सिंह ने अपने करियर में 3 टेस्ट और 5 वनडे मैच खेले हैं. 5 वनडे में सरनदीप ने कुल जमा 47 रन बनाए. घरेलू क्रिकेट में सरनदीप पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया करते थे. (World cup) सरनदीप ने 31 जनवरी 2002 को दिल्ली में इंग्लैंड के खिलाफ अपने वनडे करियर की शुरुआत की थी. 18 अप्रैल 2003 को ढाका में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने अपने करियर का आखिरी मैच खेला था.