‘हिम्मत है तो भाई का आवास खाली करा ले सरकार, बंगला-बंगला ना खेलें नीतीश कुमार’
पटना: बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejaswi yadav) का सरकारी बंगला खाली कराने पहुंची अधिकारियों और पुलिस की टीम को विरोध का सामना करना पड़ा. इस बीच, तेजस्वी के पक्ष में उनके भाई और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव भी उतर पड़े हैं.
पुलिस के अनुसार, जिलाधिकारी से आदेश मिलने के बाद अधिकरियों की एक टीम पुलिस बल के साथ तेजस्वी (Tejaswi yadav) के पटना के पांच देशरत्न मार्ग स्थित सरकारी आवास खाली कराने के लिए बुधवार सुबह पहुंचे. यहां उन्हें आवास के बाहर एक पर्चा चिपकाया हुआ दिखा, जिस पर लिखा है कि बंगला खाली कराने का मामला अदालत में विचाराधीन है.
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धरने पर बैठे राजद नेता
विपक्षी नेता के आप्त सचिव प्रीतम कुमार द्वारा जारी इस पर्चे में कहा गया है कि इस मामले की सुनवाई अदालत में सूचीबद्घ है. इसके बाद अधिकारी अपने उच्च अधिाकरियों के साथ निर्देश प्राप्त करने की कोशिश ही कर रहे थे कि राजद कार्यकर्ताओं के विरोध का भी सामना करना पड़ा. राजद के कार्यकर्ता तेजस्वी यादव के (Tejaswi yadav) बंगला के सामने धरने पर बैठ गए हैं.
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बंगला-बंगला ना खेले सरकार
इधर, पूर्व मंत्री तेजप्रताप का भी तेजस्वी को साथ मिला है. तेजप्रताप ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार बंगला-बंगला नहीं खेले. उन्होंने कहा कि सरकार की नजर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर नहीं जाती है, लेकिन लालू परिवार को कैसे परेशान किया जाए इसी पर ध्यान केंद्रित है.
अदालत में है बंगला मामला
गौरतलब है कि तेजस्वी (Tejaswi yadav) को यह बंगला उपमुख्यमंत्री की हैसियत से आवंटित किया गया था. उपमुख्यमंत्री पद से हटने के बाद भवन निर्माण विभाग ने बंगला खाली करने को कहा था, जिसे लेकर तेजस्वी (Tejaswi yadav) ने पटना उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की थी. जिस पर सुनवाई करते हुए अदालत ने पिछले माह बंगला खाली करने का आदेश दिया था. तेजस्वी इसके बाद एक बार फिर अदालत पहुंचे हैं.
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