दिल्ली। नौकरी के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते हैं? कोई कंपनी का गुणगान करता है तो कोई बॉस का. कोई चमचागीरी में लगा रहता है तो कोई मेहनत करने में. कोई लॉबिंग कर के नौकरी बचाता है तो कोई किसी का बुराई करके. मगर नौकरी कभी न कभी धोखा दे ही देती है. दरअसल नौकरी है ही बेवफा चीज.
नौकरी है ही बेवफा चीज
जिसके भरोसे जिंदगी जीने का सपना देखते हैं, वही धोखा दे देती है. एक जगह धोखा खाने के बाद, फिर दूसरी जगह उसी की तलाश. जिससे धोखा खाए रहते हैं. कमबख्त बिना उसके काम भी तो नहीं चलनेवाला. एक छूटती नहीं कि दूसरी की तलाश शुरू हो जाती है. दूसरी मिलती है तो तीसरी की. कुल मिलाकर नौकरी की तलाश हमेशा बनी रहती है. हां, सरकारी नौकरी को छोड़कर. ये सबकुछ इंडिया में ही नहीं, अमेरिका में भी खूब होता है.
‘डेविड को नौकरी दिलाओ’
अमेरिका के डेविड कैसोरेज की जिंदगी भी कुछ इसी तरह कट रही थी. इस दफ्तर से उस दफ्तर, फिर कोई और दफ्तर. जब ऑफिस-ऑफिस और इंटरव्यू-इंटरव्यू से मन ऊब गया, कहीं कामयाबी नहीं मिली तो रोड पर आ गए. उन्होंने रोड को ही नौकरी ढूंढने का जरिया बना लिया. अब राह चलते लोगों को रिज्यूमे बांटने लगे. ठीक वैसे ही जैसे सुबह-सबेरे कोई आपको मुफ्त में अखबार पकड़ा दे. चाहे न चाहे आपको लेना पड़ता है. वो तो उस शुक्र हो उस महिला का, जिसने डेविड और रिज्यूमे की तस्वीर अपनी ट्विटर पर पोस्ट कर दी. डेविड को नौकरी दिलाओ (गेट अ डेविड जॉब#) अभियान चला दिया.
Today I saw this young homeless man asking for people to take a resume rather than asking for money. If anyone in the Silicon Valley could help him out, that would be amazing. Please RT so we can help David out! pic.twitter.com/ewoE3PKFx7
— FullMakeup Alchemist (@jaysc0) July 27, 2018
200 कंपनियों से ऑफर
डेविड को लेडी लक काम कर गया और नौकरियों की झड़ी लग गई. अमेरिका की सिलिकॉन वैली में रहनेवाले डेविड कैसारेज ने बेरोजगारी से निपटने के लिए ये अनोखा तरीका अपनाया. अपने हाथ में तख्ती लिए वो रोड पर खड़े हो गए. तख्ती पर लिखा था बेघर लेकिन सफलता का भूखा, रिज्यूमे ले लीजिए. वेब डेवलेपर का काम चुके डेविड का ये नुस्खा चल निकला. गूगल, लिंक्डइन समेत 200 कंपनियों से नौकरी के लिए फोन आ गए. टेक्सास की यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट की पढ़ाई कर चुके डेविड को नौकरी से निकाल दिया गया था. उन्होंने साल 2014-2017 तक जनरल मोटर्स में काम किया था.