इंदौर। 2015 में पाकिस्तान से लौटी गीता की शादी कराने के लिए विदेश मंत्रालय जी जान से जुटा है. लड़कों की तलाश पूरी कर ली गई है. 50 लड़कों के बायोडेटा का स्क्रूटनी कर 25 युवकों को फाइनल किया गया है. इनमें से 15 लड़कों से गीता मुलाकात करेगी. लेखक से लेकर मंदिर के पुजारी, दुकानदार, बिजनेसमैन और आईटी प्रोफेशनल तक शामिल हैं.
गीता की शादी कराने में जुटा विदेश मंत्रालय
मूक-बधिर युवती गीता के परिवार का अब तक पता नहीं चल सका है. मगर गीता की शादी की तैयारी चल रही है. सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले कुछ दिनों में गीता का घर जरूर बस जाएगा. उसके हाथ पीले करने के लिए सरकारी स्तर पर कोशिशें जारी है.
दरअसल एक सोशल साइट फेसबुक पर एक गैर सरकारी संगठन ने शादी का विज्ञापन पोस्ट किया था. जिसके बाद देशभर के 50 लड़कों ने गीता के साथ सात फेरे लेने की इच्छा जाहिर की.
विदेश मंत्रालय ने इनमें से 25 लड़कों का बायोडेटा छांटकर जिला प्रशासन को भेजा है. ताकि गीता जिससे चाहे मिल सके और अपने मनपसंद वर को चुन सके.
इंदौर प्रशासन को विदेश मंत्रालय से इस बाबत निर्देश आए हैं. इन 25 मेंसे 15 से मिलने के लिए गीता ने हामी भर दी है.
शादी के लिए 15 लड़कों से मुलाकत करेगी गीता
विदेश मंत्रालय के छांटे गए 25 लड़कों का बायोडेटा और तस्वीरें गीता को दिखाई गई. इनसे मिलवाने का इंतजाम किया जाएगा. इंदौर प्रशासन के मुताबिक गीता अपना वर चुनने का फैसला खुद करेगी.
मूक-बधिर समुदाय के अधिकारों के काम करनेवाले सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात के बाद उन्होंने गीता के लिए योग्य वर की तलाश के मकसद से फेसबुक पर 10 अपैल को वैवाहिक विज्ञापन पोस्ट किया था.
इसमें कहा गया था कि इस युवती के लिए 25 साल से ज्यादा उम्र के मूक-बधिर लड़की के लिए वर की जरुरत है, जो नेक और स्मार्ट हो. इस ऑनलाइन विज्ञापन के आधार पर लगभग 50 लोगों ने बकायदा अपने बायोडेटा के साथ गीता से शादी का प्रस्ताव भेजा था.
अब भी गीता के माता-पिता की तालश जारी
मध्य प्रदेश सरकार के सामाजिक न्याय और निशक्त कल्याण विभाग की देखरेख में इंदौर की गैर सरकारी संस्था मूक-बधिर संगठन के गुमाश्ता नगर स्थित आवासीय परिसर में गीता रह रही है.
सरकार उसके माता-पिता की खोज में जुटी है. कई लोगों ने गीता का माता-पिता होने का दावा किया. मगर बाद में डीएनए टेस्ट में सब के सब फेल हो गए.