जब हम रियल लाइफ के अंडरवर्ल्ड डॉन के बारे में सोचते है तो तुरंत हमारे दिमाग में दाऊद इब्राहिम या छोटा शकील का नाम आता है। बॉलीवुड भी अक्सर पुरुष गैंगस्टर को ही दिखाता है, इसके साथ ही उनकी पत्नियां कैसे अपने गैंगस्टर पति को सपोर्ट करती हैं।
ये हैं बॉलीवुड की लेडी डॉन
लेकिन अब बॉलीवुड अंडरवर्ल्ड की महिला गैंगस्टर के बारे में भी सोचने लगा है,
जिनके जीवन और कल्पना पर आधारित कुछ फिल्में बनी हैं। लेकिन फिल्म निर्माताओं ने 70 से 80 के दशक में कुछ लेडी डकैतों को पर्दे पर जरूर दिखाया था।
आइए हम आपको बॉलीवुड की दस महिला अभिनेत्रियों के बारे में बताते हैं, जिन्होंने पर्दे पर लेडी डॉन का किरदार निभाया है।
पर्दे की लेडी डॉन
सबसे पहले बात करते हैं अभिनेत्री श्रद्धा कपूर की जिन्होंने फिल्म हसीना पार्कर में दाऊद इब्राहिम की बहन का किरदार निभाया था। यह दाऊद की बहन हसीना पार्कर की बायोपिक थी। हसीना मुंबई ब्लास्ट के बाद दाऊद के भाग जाने पर गैंग का काम संभालती थी। श्रद्धा इस रोल में काफी धांसू दिखी थी।
वहीं, 2014 में माधुरी दीक्षित की फिल्म गुलाब गैंग आई थी। माधुरी ने इस फिल्म में रज्जो का किरदार निभाया था, जिसमें सामाजिक न्याय के लिए लड़ाई लड़ रहीं थी। अपने गांव के महिलाओं को सम्मान दिलवाना चाहती थी। गांव में शोषण की शिकार ओर महिलाओं को हक दिलवाने के लिए वह इस गैंग को चलाती थी। इस गैंग का डायलॉग था रोड इज गॉड।
2013 में आई फिल्म रामलीला में सुप्रिया पाठक ने पुरुष शासित समाज में ‘लेडी डॉन’ थी जो कि आसान नहीं था। इस फिल्म में प्रिया सनेड़ा खानदान की मुखिया धानोकर बा थी, जो लीला की मां थीं।
फिल्म फुक्रे में रिचा चड्ढा ने भी गैंगस्टर भोली पंजाबन का किरदार निभाया था। उन्होंने दूसरे अभिनेत्रियों की तुलना में गैंगस्टर के किरदार को बखूबी निभाया था।
फिल्म डिपार्टमेंट में मधु शालिनी
वहीं, 2012 में रिलीज हुई मधुर भंडारकर की फिल्म डिपार्टमेंट में मधु शालिनी ने लेडी डॉन नसीर की भूमिका निभाई थी। जिसमें वह गैंगस्टर अभिमन्यू सिंह की करीबी रहती है।
फिल्म शबरी जो 2011 में आई थी, उसमें ईशा कोप्पिकर ने गैंगस्टर की भूमिका निभाई थी। फिल्म की शुरुआत में ईशा एक कचड़ा चुनने वाली लड़की रहती है, अपने भाई की एनकाउंटर में मौत के बाद वह बंदूक उठा लेती है।
वहीं, सुभाष कपूर निर्देशित फिल्म फंस गए रे ओबामा में भी नेहा धूपिया ने भी लेडी गैंगस्टर का किरदार निभाया था। इसमें उनका नाम मुन्नी था, जिसमें वह अपने तरीके से लोगों से रंगदारी वसूलती थी। यह फिल्म अमेरिका में आई मंदी के दौरान बनी थी जब ओबामा के कार्यकाल में जब कई एनआरआई ने अपनी नौकरी खो दी और अपनी संपत्ति बेचने के लिए भारत लौटना पड़ा।
फिल्म वैसा भी होता है पार्ट 2 में प्रतिमा काजमी ने गंगू ताई का किरदार निभाई थी, जो एक गैंगस्टर थी। गंगू ताई एक रियल लाइफ के गैंगस्टर कहानी थी। यह अपने विरोधी गैंग गणपत से लड़ रही थी।
सुपारी में नंदिता दास
वहीं, फिल्म सुपारी में नंदिता दास ने अंडरवर्ल्ड के ड्रग्स माफिया ममता शिकारी का किरदार निभाया था। फिल्म में वह बहुत ही खूबसूरत लेडी डॉन थी।
1999 में फिल्म गॉड मदर आई थी। जिसमें शबाना आजमी में गैंगस्टर संतोकबेन जडेजा का किरदार निभाई थी। यह गुजरात के पोरबंदर के रियल लाइफ की डॉन थी जो अपने गैंगस्टर पति के मरने के बाद बदनाम हो गई थी। जो अपने विरोधियों में धाक जमाने के लिए स्मोकिंर और ड्रिकिंग करती थी।